रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक रूस समर्थकों ने यूक्रेन के खारकीव पर ‘फादर ऑफ ऑल बम’ गिराने का दावा किया है. दरअसल यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम है, इससे 44 टन TNT के बराबर धमाका हो सकता है.
‘फादर ऑफ ऑल बम’ के इस्तेमाल का दावा सोशल मीडिया पर दिख रहे एक वीडियो के आधार पर किया जा रहा है. इस वीडियो में एक रिहाइशी इलाके में एक जोरदार धमाका होता नजर दिख रहा है. धमाके के बाद आग का गोला दिखता है और फिर धुएं का गुबार फैल जाता है. हालांकि यूक्रेन या रूस दोनों की ओर से इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
रूस समर्थकों का दावा
रूस के समर्थकों ने सोशल मीडिया और टेलीग्राम चैनलों के जरिए दावा किया है कि रूस ने जंग के ढाई साल बाद पहली बार ‘फादर ऑफ ऑल बम’ का इस्तेमाल किया है. हालांकि इस दावे को लेकर एक्सपर्ट्स की राय बंटी हुई है, रूस के मिलिट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह ODAB-9000 वैक्यूम बम हो सकता है, जिसे फादर ऑफ ऑल बम भी कहा जाता है वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह धमाका थर्मोबेरिक बम, ODAB-1500 के इस्तेमाल जैसा दिख रहा है.
इस वीडियो के आधार पर किया जा रहा दावा-
A video has been posted online that allegedly shows the explosion of a powerful bomb in Vovchansk, Kharkiv region.
Some Russian military experts write that this is the first use of the ODAB-9000 vacuum bomb, which is called the Kuzkin’s father and father of all bombs and is pic.twitter.com/pvttxviKlp
— WarTranslated (Dmitri) (@wartranslated) October 2, 2024
एक्सपर्ट्स की राय बंटी
दरअसल कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतने शक्तिशाली और कीमती बम का इस्तेमाल पुतिन किसी खाली इलाके में नहीं करेंगे. माना जा रहा है कि यह धमाका FAB-3000 या FAB-1500 जैसे बमों के इस्तेमाल की वजह से हो सकता है. इसके अलावा एक्टपर्ट्स का ये भी कहना है कि ‘फादर ऑफ ऑल बम’ को गिराने के लिए विशेष जेट का इस्तेमाल किया जाता है, किसी क्षेत्र पर इसे गिराने के लिए विमान को काफी नीचे उड़ान भरनी होगी ऐसे में वह विमान वीडियो में नजर जरूर आना चाहिए था. लेकिन अगर ऐसा कुछ नहीं हुआ तो इस तरह के दावे बेमाने हैं.
32 महीने से जारी है रूस-यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष फरवरी 2022 से जारी है, करीब ढाई से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन संघर्षविराम की कोशिशें नाकाम रहीं हैं. इस बीच 6 अगस्त को यूक्रेन ने भी रूस के कुर्स्क में घुसपैठ कर दी और उसके कई गांवों पर कब्जा कर लिया. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यह पहला मौका है जब किसी देश ने रूस की जमीन पर कब्जा किया हो. यूक्रेन की इस हिमाकत से पुतिन बेहद आक्रोशित नज़र आए थे और उन्होंने इसका सही जवाब देने की भी बात कही थी.