महाराष्ट्र में बीजेपी ने चुनाव पूर्व तैयारियों के लिए 13 बाहरी नेताओं की भारी भरकम फौज को मैदान में उतार दिया है. इसमें से दूसरे राज्यों के 6 संगठन मंत्रियों को महाराष्ट्र के चुनाव में उतारा है तो 7 पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को भी महाराष्ट्र में काम पर लगा दिया है. ये सभी नेता महाराष्ट्र के अपने जिम्मेवारी वाले क्षेत्रों में काम शुरू कर चुके हैं.

इन नेताओं और संगठनमंत्रियो को महाराष्ट्र के एक एक विधानसभा सीट पर पुख्ता रणनीति बनाने की जिम्मेवारी दी गई है. सामान्य भाषा में कहें तो बीजेपी ने महाराष्ट्र में संगठन की पूरी ताकत झोंक दी है. महाराष्ट्र के सभी 6 रीजन में बाहरी राज्यों के 6 संगठन महामंत्री को काम सौंपा गया है.

किस नेता को कहां की मिली जिम्मेदारी?

इस क्रम में गोवा के संगठन महामंत्री सतीश ढोंड को महाराष्ट्र के कोंकण रीजन का प्रभार दिया गया है. वहीं गुजरात के संगठन महामंत्री रत्नाकर को उत्तर महाराष्ट्र का जिम्मा दिया गया है. तेलंगाना के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को महाराष्ट्र के पूर्वी विदर्भ क्षेत्र का काम दिया गया है तो मध्यप्रदेश के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को वेस्ट विदर्भ का जिम्मा दिया गया है. आंध्र प्रदेश के संगठन महामंत्री मधुकर को महाराष्ट्र के मराठवाड़ा बेल्ट का जिम्मा दिया गया है और मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल को पूरे पश्चिमी महाराष्ट्र रीजन का जिम्मा दिया गया है.

संगठन महामंत्रियों के साथ ही महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्यों से 7 वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को सीट दर सीट विश्लेषण करने के लिए जमीन पर उतारा है. इनका काम होगा सीट दर सीट पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ, विधानसभा विस्तारकों, मंडल और जिला बीजेपी यूनिट के साथ मीटिंग करना और स्थानीय विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करना. साथ ही ये नेता स्थानीय मुद्दों, कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाना और सहयोगी दलों के स्थानीय यूनिट के साथ समन्वय का भी काम करेंगे.

कैलाश, प्रह्लाद और नरोत्तम की लगी ड्यूटी

महाराष्ट्र में लगाए गए बाहरी नेताओं में वरिष्ठ बीजेपी नेता और मध्यप्रदेश कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर तो एमपी के कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल को यवतमाल और वर्धा जिले का काम दिया गया है. एमपी के तीसरे वरिष्ठ बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा को महाराष्ट्र के भंडारा और गोंदिया जिले का काम दिया गया है. बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन को सूबे के अहमदनगर का काम पार्टी ने सौंपा है तो वहीं कर्नाटक के वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि को पुणे और पश्चिमी महाराष्ट्र का काम सौंपा गया है. बीजेपी नेता अरविंद मेनन को महाराष्ट्र के संभाजी नगर और गुजरात के विधायक और बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित ठाकर को नासिक का काम सौंपा गया है.

ये सभी नेता रीजन वाइज विधानसभा स्तर पर सीट बाई सीट, छोटी छोटी चीजों पर काम कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं की परेशानी या नाराजगी से लेकर स्थानीय विधायक के प्रति लोगों का रुझान तक का काम ये सभी नेता देखेंगे.

भूपेंद्र यादव,अश्वनी वैष्णव पहले से काम पर

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की जिताऊ जोड़ी चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और अश्वनी वैष्णव पहले से ही काम पर लग चुके हैं. भूपेंद्र यादव महाराष्ट्र प्रवास पर ज्यादा समय रहते हैं और पार्टी की रणनीति को धार देने में लगे हैं. बीजेपी इस बार हर विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से जातीय और सामाजिक समीकरण के हिसाब से अलग अलग रणनीति बना रही है. बीजेपी ने रणनीति बनाया है कि एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना (शिंदे) और अजीत पवार की एनसीपी के उम्मीदवारों को भी बीजेपी के उम्मीदवारों के साथ ही जातीय और सामाजिक समीकरण की तारतम्यता बैठा कर टिकट बांटा जाएगा.