प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर को महाराष्ट्र के दौरे पर रहेंगे. जहां वह राष्ट्रीय ‘पीएम विश्वकर्मा’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा के तहत प्रगति के एक वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया जाएगा. पीएम मोदी कई विकास और स्टार्ट-अप योजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे. साथ ही वह महाराष्ट्र के अमरावती में मित्र पार्क की आधारशिला रखेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार सुबह करीब 11:30 बजे महाराष्ट्र के वर्धा पहुंचेंगे. जहां वह पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और लोन जारी करेंगे. साथ ही वह इसके एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे. अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी आचार्य चाणक्य कौशल विकास योजना और पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर महिला स्टार्ट-अप योजना का भी शुभारंभ करेंगे.
महिलाओं और युवाओं को देंगे बड़ी सौगात
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र सरकार की आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र योजना का शुभारंभ करेंगे. इसके जरिए 15 से 45 साल के युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और रोजगार के विभिन्न अवसरों तक पहुंच सकें. राज्य में करीब 1,50,000 युवाओं को हर साल मुफ्त कौशल विकास प्रशिक्षण मिलेगा. पीएम मोदी पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर महिला स्टार्टअप योजना का भी शुभारंभ करेंगे.
इस योजना के तहत महाराष्ट्र में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को शुरुआती दौर में मदद की जाएगी. इस योजना के तहत 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी. इस योजना के तहत कुल प्रावधानों का 25 प्रतिशत पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा. इससे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को आत्मनिर्भर और स्वतंत्र बनने में मदद मिलेगी.
‘पीएम मित्र’ पार्क की रखेंगे आधारशिला
वहीं, अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के अमरावती में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क की आधारशिला रखेंगे. करीब 1000 एकड़ में फैले इस पार्क को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) विकसित कर रहा है. भारत सरकार ने कपड़ा उद्योग के लिए 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित करने की मंजूरी दी थी.
पीएम मित्र पार्क भारत को कपड़ा विनिर्माण और निर्यात के लिए वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे विश्व स्तरीय औद्योगिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद मिलेगी, जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सहित बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करेगा. साथ ही, यह इस क्षेत्र में नवाचार और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेगा.