चेन्नई के एमए चिदंबरम की जिस पिच पर विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी नहीं चले वहां यशस्वी जायसवाल का बल्ला बोला. बाएं हाथ के इस ओपनर ने चेन्नई की मुश्किल पिच पर शानदार अर्धशतक लगाया. जायसवाल के बल्ले से 118 गेंदों में 56 रन निकले. जायसवाल ने पंत के साथ अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम इंडिया को मुसीबत से बाहर निकाला. अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान जायसवाल ने एक ऐसे रिकॉर्ड की बराबरी की जो सच में बेहद खास है. वो अब सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज की बराबरी भी करने वाले हैं.
यशस्वी जायसवाल का बड़ा कारनामा
यशस्वी जायसवाल ने बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतक लगाते ही 8वीं बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाया. भारतीय क्रिकेट इतिहास में सिर्फ 3 ही खिलाड़ियों ने ये कारनामा किया है. इससे पहले सदगोपन रमेश ने ये कारनामा किया था और अब जायसवाल ने उनकी बराबरी कर ली. 10 टेस्ट के बाद सबसे ज्यादा 9 फिफ्टी प्लस स्कोर सुनील गावस्कर के नाम हैं. जायसवाल के पास अभी चेन्नई टेस्ट की एक पारी और है, वो अगर उसमें भी फिफ्टी प्लस स्कोर बना देते हैं तो इस तरह वो गावस्कर की बराबरी कर लेंगे.
17 टेस्ट पारियों में धमाकेदार प्रदर्शन
यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट क्रिकेट में अभी महज 17 टेस्ट पारियां खेली हैं और इस दौरान वो 3 शतक, 5 अर्धशतक लगा चुके हैं. इसमें से दो तो दोहरे शतक हैं. जायसवाल ने 17 टेस्ट पारियों में अबतक 67.75 की औसत से 1084 रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट भी लगभग 69 का है.
जायसवाल का कमाल
यशस्वी जायसवाल के ये आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि ये खिलाड़ी हर फॉर्मेट का बड़ा प्लेयर है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ियों ने जायसवाल को शुभमन गिल से बेहतर बल्लेबाज बताया था और टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन ये बात दिखाता भी है. चेन्नई में ही लीजिए, पहले दिन के पहले सेशन में बांग्लादेशी तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही थी. हसन महमूद ने खासतौर पर अपनी लेंग्थ और स्विंग से परेशान किया और यही वजह है कि रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली उनका शिकार बने, पंत ने भी उन्हें ही अपना विकेट दिया लेकिन जायसवाल ने अपनी तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए विकेट पर खूंटा गाड़ा.