भोपाल। मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित 29 सांसदों को लक्ष्य सौंपा गया है कि वे अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार से बजट लाएं और अपने संसदीय क्षेत्र को आदर्श संसदीय क्षेत्र बनाएं।

सांसदों को प्रदेश के सभी विभागों की योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है ताकि वे संसद में प्रदेश के मुद्दों को अच्छे से उठा सकें। सांसदों द्वारा संसद में मध्य प्रदेश के मुद्दों पर चर्चा के लिए शासन की योजनाओं का अध्ययन किया जा रहा है।

इसके लिए सभी विभागों ने सांसदों को अपने-अपने विभाग की जानकारी उपलब्ध कराई है। इनमें केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं में उपलब्ध बजट की वस्तुस्थिति भी बताई गई है। मध्य प्रदेश में संचालित योजनाओं और प्रदेश की भौगोलिक स्थिति की एक बुकलेट भी सांसदों को दी जाएगी।

जिसे पढ़कर वे मध्य प्रदेश के प्रमुख मुद्दों को समझकर संसद में उठा सकेंगे और विपक्ष के आरोपों का जवाब भी दे सकेंगे। इधर, विधायकों से भी कहा गया है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा बनाने के लिए आगामी वर्षों में क्या करेंगे, इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें।

सांसद, विधायक और मंत्रियों को भाजपा भी देगी प्रशिक्षण

मध्य प्रदेश के सांसद, विधायक और मंत्रियों को भारतीय जनता पार्टी प्रशिक्षण देगी। इसके लिए जल्द ही प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इनमें पार्टी के पक्ष में सरकार की योजनाओं के माध्यम से जनता के बीच जनाधार मजबूत करने के गुर भी बताएं जाएंगे।

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव पहले ही कह चुके हैं कि सांसद, विधायक अपने जिलों में पांच साल का रोडमैप तैयार कर विकास कार्य करें। इसके लिए जनप्रतिनिधि जनता से भी सुझाव लेंगे कि क्षेत्र में क्या-क्या समस्याएं और उन्हें दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है। इस कार्य में प्रशासनिक अमला जनप्रतिनिधियों की मदद करेगा।