अच्छा डाइजेशन होने से जहां पूरी हेल्थ दुरुस्त रहती है तो वहीं खराब डाइजेशन की वजह से पूरी सेहत पर बुरा असर पड़ता है. दरअसल जब खाना सही से नहीं पच पाता है तो पोषक तत्व भी पूरी तरह से ऑब्जर्व नहीं हो पाते हैं, इसलिए लगातार खराब डाइजेशन कई और हेल्थ प्रॉब्लम की वजह भी बन सकता है. कुछ लोगों को हर वक्त एसिडिटी की प्रॉब्लम रहती है. जिसकी वजह से खट्टी डकार, सीने में जलन, जी मिचलाना जैसी दिक्कतें होती हैं. अगर हर वक्त इस तरह की समस्या बनी रहती है तो कुछ चीजों में सुधार की जरूरत है.

हमारे पेट में पहले से एसिड होता है, जो खाने को पचाने में भी मदद करता है, लेकिन कुछ गलतियों की वजह से इसकी मात्रा बढ़ जाती है और यह एसिड खाने की मली में चला जाता है. इस वजह से सीने में जलन, जी मितलाना, खट्टी डकार आदि की दिक्कत होने लगती है. कई बार दवाओं के सेवन, प्रेग्नेंसी आदि की वजह से एसिडिटी हो सकती है, लेकिन आए दिन यह समस्या होती है तो तो जान लें कि इसके पीछे की कॉमन वजहें क्या हो सकती हैं.

खाना खाने के बाद सैर न करना

जो भी हम खाते हैं उसे पचाने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना बेहद जरूरी होता है. अगर आपको खाना खाने के बाद बैठे रहने या फिर लेट जाने की आदत है तो इससे भी आपको एसिडिटी, अपच की समस्या बनी रह सकती है.

खाने के बाद चाय-कॉफी पीना

खाना खाने के बाद अगर आप तुरंत चाय और कॉफी पीते हैं तो इससे भी एसिड रिफलक्स की समस्या हो सकती है. खासतौर पर रात में खाने के बाद चाय-कॉफी पीने से बचना चाहिए, नहीं तो काफी दिक्कत हो सकती है.

खराब खानपान की आदत

खानपान भी आज के वक्त में काफी खराब हो गया है, जिसका सीधा असर डाइजेशन पर पड़ता है. ज्यादा जंक फूड, मसालेदार, तला हुआ खाना, बहुत ज्यादा चाय-कॉफी पीना जैसी आदतें भी एसिडिटी का कारण बनती हैं.

सोने का तरीका सही न होना

रात में एसिड रिफलक्स की दो वजह हो सकती हैं. एक लेट खाना खाने के बाद तुरंत सो जाना और दूसरा गलत पोजीशन में सोना. रात में पेट के बल या फिर दाहिनी तरफ सोने की वजह से एसिड रिफलक्स हो सकता है. इस वजह से सीने में जलन, खट्टी डकार की दिक्कत होने लगती है.