लुधियाना में बुड्ढा नाला मामला गरमाता ही जा रहा है। हाल ही में बुड्ढा नाला की करवाई गई सैंपलिंग में हैरानीजनक खुलासा हुआ है कि बुड्ढा नाला में कैमिकल युक्त पानी अभी भी आ रहा है। इंडस्ट्रियां यह कैमिकल युक्त पानी शहरी सीवरेज के जरिए बुड्ढा नाला में गिरा रही हैं। बुड्ढा नाला पर लगाया करोड़ों का प्रोजेक्ट असफल साबित हो रहा है।

नगर निगम की टीमों और पी.पी.सी.बी. की ओर से शहर में सर्वे किया जिसमें पुष्टि हुई कि शहर की छोटी से और बड़ी इंडस्ट्री, रंगाई के यूनिट, वाशिंग यूनिट, ड्राई  क्लिर, कपड़ा रंगाई की दुकानें पकड़ी है जो कैमिकल युक्त पानी सीधे निगम के सीवरेज में अवैध तरीके से डाल रहा है। इन सभी इंडस्ट्री के मालिकों को नोटिस किए जा चुके हैं।

वहीं 20 दिनों के सर्वे की रिपोर्ट देखी जाए तो उसमें खुलासा हुआ है कि 100 से अधिक छोटी से लेकर बड़ी इंडस्ट्री निगम के सीवरेज में नाजायज ढंग से कैमिकल युक्त पानी छोड़ रहा है। फिलहाल सर्वे अभी भी जारी है जिसकी जानकारी पी.पी.सी.बी. के चीफ इंजीनियर प्रदीप गुप्ता ने दी है।

उन्होंने कहा कि विभागीय तौर पर कार्रवाई करते हुए इंडस्ट्रियों को नोटिस भेज दिए गए हैं। सर्वे भी यह भी सामने आया है कि कई इंडस्ट्रियां बिना ट्रीटमेंट प्लांट के चल रही है। विभाग ने उनसे भी उनका रिकार्ड मांगा है। निगम को कई इंडस्ट्रियों के सीवरेज व पावरकॉम को बिजली कनेक्शन काटने का आदेश दिया है।

उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि निगम और सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों की एक संयुक्त कमेटियां बनाई है जो निगम डाइंग इंडस्ट्री, दुकानदारों की अवैध गतिविधियों पर अपनी नजर रखेगी और बनती कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसे विभाग की ओर से एनवायरमेंट एक्ट के तहत जुर्माने व बनती कार्रवाई का नोटिस जारी किया जाएगा। सर्वे में हुए खुलासे के बाद पी.पी.सी.बी., निगम व सीवरेज बोर्ड की टीमें भविष्य में अपना सर्वे जारी रखेगी।