राजस्थान के गंगापुरसिटी जिले में अतिक्रमण हटाने गईं एसडीएम की ग्रामीणों से झड़प हो गई. इस बीच एक महिला ने एसडीएम सुनीता मीणा के बाल पकड़कर खींच दिए. करीब 20 सेकेंड तक महिला एसडीएम के बाल पकड़ी रही. बड़ी मुश्किल से वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने एसडीएम को महिला के चंगुल से छुड़ाया. ग्रामीणों ने एसडीएम पर बुजुर्ग को धक्का देने का आरोप लगाया है. इस मामले का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
मामला जिले के उपखंड टोडाभीम इलाके के गांव नाद का है. यहां कृषि भूमि पर एक धर्मकांटा बना हुआ है. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, इसे बिना स्वीकृति के बनाया गया है. जिसे हटाने के लिए पहले भी नोटिस जारी किए गए थे. गुरुवार को शाम करीब 4 बजे पुलिस और प्रशासन की टीम धर्मकांटा हटाने के लिए बुलडोजर सहित पहुंच गई. इस बीच वहां मौजूद लोगों ने कार्रवाई का विरोध कर दिया. स्थानीय लोगों और प्रशासन की टीम में कहासुनी हो गई.
महिला ने SDM के बाल पकड़कर खींचे
अचानक वहां मौजूद एक महिला बुलडोजर के सामने उसे रोकने आ गई. एसडीएम सुनीता मीणा ने महिला को वहां से हटाया. गुस्साई महिला ने एसडीएम के बाल पकड लिए और उन्हें झुका दिया. यह देखकर वहां मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें बचाने लिए दौड़े. महिला ने बामुश्किल एसडीएम के बाल छोड़े. इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है जो 1 मिनट 17 सेकेंड का है.
वीडियो में एसडीएम और महिला के बीच झड़प होते दिख रही है. वीडियो सामने आने के बाद एसडीएम सुनीता मीणा ने कहा कि प्रशासन गांव में अतिक्रमण हटाने गया था. इस दौरान लोगों ने विरोध किया तो आपस में कहासुनी हो गई. इस बात को तूल नहीं दिया जाए.
‘पिता को दिया धक्का, मां से की लड़ाई’
जिस महिला से एसडीएम की झड़प हुई उसके बेटे तोताराम मीना का कहना है कि धर्मकांटा खातेदारी जमीन पर बना हुआ है. 27 अगस्त को उन्हें तहसीलदार से नोटिस मिला था. उन्होंने अपने वकील के जरिए तहसीलदार के सामने आपनी बात रखी थी. उसका आरोप है कि गुरुवार को बिना नोटिस के धर्मकांटा हटाने के लिए बुलडोजर समेत टीम आ गई. उसने बताया कि एसडीएम ने उसके पिता को धक्का दिया था और मां से लड़ाई को उतारू हो गई थीं. तोताराम का आरोप है कि एसडीएम ने किसी रंजिश के तहत हमारे साथ ये व्यवहार किया. मामला बढ़ने के बाद प्रशासन वापस लौट गया.