टाटा मोटर्स ने हाल ही में अपनी इलेक्ट्रिक वाहनों और पैसेंजर कारों पर भारी छूट की घोषणा की थी. उसके बाद 11 सितंबर 2024 को उसके स्टॉक में 6% से ज्यादा की गिरावट आई है. इस गिरावट के साथ स्टॉक 977 रुपए (दोपहर 2:45 बजे तक) पर आ गया है. वहीं, विदेशी ब्रोकरेज हाउस यूबीएस ने टाटा मोटर्स के स्टॉक को बेचने की सलाह दी है, जिससे और दबाव बढ़ा. यूबीएस का अनुमान है कि स्टॉक 825 रुपए तक गिर सकता है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 16% नीचे है.

रिपोर्ट में सेल की रेटिंग क्यों?

यूबीएस की रिपोर्ट में कहा गया कि टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी, जेएलआर (जगुआर लैंड रोवर) के ऑर्डर बुक में कमी आई है, जो कोविड-19 से पहले के स्तर से भी नीचे है. इसके अलावा, चीन जैसे प्रमुख बाजारों में आर्थिक सुस्ती के चलते जेएलआर की मांग घटने की संभावना है. जेएलआर ने अपनी रेंज रोवर स्पोर्ट मॉडल पर भी डिस्काउंट बढ़ाने के संकेत दिए हैं. हालांकि, जेएलआर ने हाल के वर्षों में अपने औसत बिक्री मूल्य और मार्जिन में सुधार देखा है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में डिमांड में कमी कंपनी के लिए चिंता का कारण बन रही है.

स्टॉक पर कंपनी का ये ऐलान पड़ा भारी

टाटा मोटर्स ने फेस्टिव सीजन को ध्यान में रखते हुए अपने विभिन्न मॉडल्स, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों, हैचबैक और एसयूवी पर 2.05 लाख रुपए तक की छूट देने की घोषणा की है. इसके पीछे मुख्य कारण पैसेंजर गाड़ियों की मांग में कमी और डीलर्स के पास बड़ी मात्रा में इन्वेंट्री का जमा होना है. अगस्त 2024 में डीलर्स की बिक्री में 4.5% की गिरावट दर्ज की गई थी, जिससे कंपनी पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा है.

हालांकि, टाटा मोटर्स का स्टॉक निवेशकों के लिए एक मल्टीबैगर साबित हुआ है, जिसने पिछले पांच वर्षों में 630% और दो वर्षों में 120% का रिटर्न दिया है. लेकिन मौजूदा स्थिति में कंपनी को बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, जिसे सुलझाने के लिए नए डिस्काउंट और रणनीतियों पर जोर दिया जा रहा है.