उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार की शाम बिल्डिंग के ढहने से 8 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस हादसे की सूचना मिलने पर 100 से ज्यादा संख्या में NDRFऔर SDRF की टीमों के लोग मौके पर पहुंचे और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला. हादसे वाले स्थल पर मलबा इतना ज्यादा था कि लोगों को उससे बाहर निकालना काफी मुश्किल था. मौके पर पहुंची टीमों ने मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए उससे सटी हुई बिल्डिंग की दीवार काटी, उसके बाद लोगों को बाहर निकाला. इस हादसे का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताया है और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है. वहीं इस हादसे का शिकार हुए लोगों के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. 2016 में बनाई गई ये बिल्डिंग अचानक से क्यों गिर गई, इसकी कुछ वजहें हैं, जिनकी तलाश और जांच की जा रही है. क्या बिल्डिंग को बनाने के समय लापरवाही बरती गई थी? या फिर उसे बनाने के दौरान जिन सामाग्रियों का इस्तेमाल किया गया वो सही नहीं थीं?
बिल्डिंग गिरने की हो सकती हैं ये बड़ी वजहें
- बिल्डिंग गिरने की सबसे बड़ी वजह निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल भी बताया जा रहा है.
- बिल्डिंग निर्माण के दौरान सही इंजिनियरिंग न होना भी बड़ी वजह मानी जा रही है.
- ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में चारों तरफ जर्जर सड़के हैं, बिल्डिंग के आस-पास भी मिट्टी की सड़क थी, जहां पर हमेशा जलभराव बना रहता है. पानी की वजह से नींव का कमजोर होना भी एक बड़ी वजह हो सकती है.
- ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में रोज सैकड़ों की संख्या में ट्रकों का आवागमन होता है. यहां मौजूद बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रियल बिल्डिंग के अंदर ट्रक आते-जाते हैं. घायलों के मुताबिक, बिल्डिंग गिरने से पहले उन्हें बहुत तेज आवाज आई. संभवतः वह ट्रक की टक्कर भी हो सकती है और हादसे के वक्त एक ट्रक भी वहां मौजूद था, जो बिल्डिंग की जद में आ गया और धराशाई हो गया.
- एलडीए के मुताबिक, यह बिल्डिंग नक्शा पास कराकर बनाई गई ऐसे में ये अवैध भी नहीं है. बिल्डिंग में बेसमेंट भी मौजूद नहीं था, ना ही कोई भूकंप आया, ना किसी तरीके की खुदाई हो रही थी और ना ही आसपास कोई निर्माण हो रहा था. उसके बाद भी बिल्डिंग का गिरना संदेह पैदा करता है.
- स्थानीय लोगों के मुताबिक, जहां यह बिल्डिंग मौजूद है वहां पहले कभी गहरा गड्ढा हुआ करता था, जिसमें अक्सर पानी भरा रहता था. मिट्टी डालकर बराबर करके बिल्डिंग बनाई गई, लेकिन लंबे समय तक पानी भरे रहने के चलते निर्माण के समय नींव कमजोर रह गई होगी.
- लोगों के मुताबिक, कुछ दिन पहले बिल्डिंग के अंदर मौजूद पिलर पर एक ट्रक जाकर टकराया, जिसके बाद आस-पास की दीवारों पर क्रैक आ गया. पॉपुलर लगातार कमजोर पड़ता गया, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया. बिल्डिंग गिरने की ये भी बड़ी वजह हो सकती.
8 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन?
इस हादसे के पीछे की वजहें वाकई में जांच का विषय हैं. 8 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? रोते-बिलखते परिजनों के दुख और उनके अपनों को उसने दूर करने की जिम्मेदारी किसकी है? अगर इस बिल्डिंग के खंभे में दरार थी तो उसे पहले से ठीक क्यों नहीं कराया गया? इस हादसे के बाद ऐसे बहुत से सवाल परेशान करने वाले हैं. ऐसे में मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.