हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण शनिवार को 47 सड़कों पर यातायात बंद करना पड़ा. स्थानीय मौसम विभाग ने शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में अचानक बाढ़ आने के खतरे की चेतावनी दी है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि राज्य में 18 बिजली और एक जलापूर्ति योजना भी प्रभावित हुई है.

मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार तक हिमाचल के शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा होने की चेतावनी दी है. हिमाचल के मालरोन में सबसे अधिक 64 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके बाद पंडोह में 32.5 मिमी, बरथीन में 30.4 मिमी, अघार में 29.8 मिमी, मंडी में 28.7 मिमी बारिश दर्ज की गई.

शिमला और कुल्लू में 9-9 सड़कों पर यातायात बंद

मौसम विभाग के अनुसार, मनाली में भी 12 मिमी, कुफरी में 11.6 मिमी और सराहन में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इसके साथ भटियात में 28.4 मिमी, जुब्बरहट्टी में 26 मिमी, भुंतर में 25.7 मिमी, सुंदरनगर में 18.6 मिमी, पोंटा साहिब में 13.4 मिमी, धौला कुआं में 13 मिमी बारिश दर्ज की गई.

हिमाचल के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि लगातार बारिश के कारण कुल 47 सड़कों पर यातायात बंद है. जिनमें मंडी में 13, कांगड़ा में 11, शिमला और कुल्लू में 9-9, ऊना में दो और किन्नौर, सिरमौर, लाहौल और स्पीति जिलों में एक-एक सड़क शामिल है. साथ ही इससे राज्य में 18 बिजली और एक जलापूर्ति योजना भी प्रभावित हुई है.

बारिश की घटनाओं में अब तक 157 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से वर्षा में 21 प्रतिशत की कमी आई है. इस दौरान राज्य में 652.1 मिमी की औसत बारिश के मुकाबले 517.8 मिमी बारिश हुई है. अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से 6 सितंबर तक चालू मानसून सत्र के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 157 लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश को 1,303 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.