साल 2022 में हुए सड़क हादसों ने 1,68,491 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. पिछले 5 सालों में रोड एक्सीडेंट में हुई मौतों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है. देश में सड़क हादसों और मौतों की संख्या घटाने के लिए केंद्र सरकार अब IIT इंजीनियरों की मदद लेगी. उनसे एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे का रोड सेफ्टी ऑडिट करवाकर सुझाव लेने की तैयारी है.
बुधवार को इंजरी प्रिवेंशन और सेफ्टी प्रमोशन (सेफ्टी 2024) वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, भारत में चालकों को बेहतर प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है. देश में बड़ी संख्या में ड्राइविंग स्कूल खोले जाएंगे. ऑडिट के जरिए ऐसे ब्लैक स्पॉट खत्म किए जाएंगे जहां दुर्घटना का खतरा रहता है.
जानिए, सड़क हादसों में हर साल कितने एक्सीडेंट और कितनी मौतें होती हैं, दुर्घटनाओं और मौतों के मामले में कौन से राज्य सबसे आगे, किस तरह के हादसे मौत का आंकड़ा बढ़ा रहे हैं?
हिट एंड रन के बढ़ते मामले
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है, साल 2021 में हिट एंड रन की 57,415 घटनाएं हुईं, जिसमें 25,938 मौतें हुईं और 45,355 घायल हुए. साल 2022 में यह आंकड़ा और बढ़ गया. इस साल हिट एंड रन के 67,387 मामले आए. 30,486 लोगों की मौत हुई और 54,726 घायल हुए. सड़क दुर्घटनाओं के अलग-अलग मामलों में भी एक्सीडेंट और घायलों-मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
सबसे ज्यादा मौतें किस तरह के रोड एक्सीडेंट से?
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है, पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा सड़क हादसे से होने वाली मौत साल 2022 में हुई. इस साल 1,68,491 लोगों ने दम तोड़ा. यह आंकड़ा साल दर साल बढ़ा है.2021 में सामने से गाड़ियों की भिड़ंत के 76,304 मामले आए और 27,248 मौते हुईं. 2022 में ग्राफ और ऊपर चढ़ा. 77,886 ऐसी दुर्घटनाएं घटीं और 26,413 लोगों ने दम तोड़ा.
सिर्फ 2022 के आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा 21.4 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं गाड़ियों के पिछले हिस्से में भिड़ंत के कारण हुई. 14.6 फीसदी हिट एंड रन के मामले सामने आए. वहीं, 15.4 फीसदी एक्सीडेंट साइड से हुई गाड़ियों की भिड़ंत के कारण हुए. आंकड़ों के मुताबिक, 2022 हो या 2021, सबसे ज्यादा एक्सीडेंट और मौतें नेशनल हाइवे पर हुई हैं.
किस राज्य में रोड एक्सीडेंट से सबसे ज्यादा मौतें?
पिछले 5 सालों का आंकड़ा बताता है कि एक्सीडेंट से सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में हुई है. दूसरे पायदान पर तमिलनाडु है. 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, मौतों के मामले में महाराष्ट्र तीसरे, मध्य प्रदेश चौथे और पांचवे पर कर्नाटक है.चंडीगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम उन राज्यों में शामिल है जहां एक्सीडेंट और इससे होने वाली मौतों की संख्या कम है.
बुधवार हो हुई कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों को वाहन खरीदने वालों को उचित कीमत पर हेलमेट उपलब्ध कराना चाहिए क्योंकि इसे न पहनने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की मौत हो जाती है. साल 2022 में देश में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 50,029 लोगों की जान चली गई क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था.अब सेफ्टी ऑडिट के जरिए इन्हें रोकने की कोशिश की जाएगी.