उत्तर प्रदेश के गजरौला के एक इंटर कॉलेज में अजीब घटनाक्रम हुआ है. यहां एक इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल जुमे पर तो दोपहर में छुट्टी कर देते हैं, लेकिन रोज सुबह होने वाली प्रार्थना सभा में किसी को हाथ नहीं जोड़ने देते. यही नहीं, उन्होंने आदेश कर दिया है कि कोई भी छात्र कलावा पहन कर स्कूल नहीं आएगा. पिछले दिनों तो उन्होंने छात्राओं के हाथ में बंधा कलावा कैंची से कटवा दिया था. जानकारी होने पर बजरंग दल व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कॉलेज में जमकर हंगामा किया.
मामला मंडी समिति रोड स्थित पियर्स चढ्डा इंटर कालेज का है. हिन्दू संगठनों का आरोप है कि इस कॉलेज के प्रिंसिपल मुस्लिम हैं और वह हिन्दू छात्रों के साथ अपमानजनक व्यवहार करते हैं. यही नहीं, वह कालेज में कलावा व तिलक लगाकर आने पर आपत्ति करते हैं. आरोप है कि वह प्रत्येक शुक्रवार को नमाज के लिए 12 बजे तो सभी छात्रों का अवकाश कर देते हैं, लेकिन रोज सुबह होने वाली प्रार्थना सभा में किसी को हाथ नहीं जोड़ने देते.
कॉलेज में जमकर हुआ हंगामा
इस इंटर कॉलेज के छात्रों ने प्रिंसिपल के इस व्यवहार की जानकारी बजरंग दल के विद्यार्थी प्रमुख पीयूष सिंह व एबीवीपी के नगराध्यक्ष हिमांशु चौहान को दी. इसके बाद हिन्दू संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ता बुधवार को कॉलेज पहुंचे और जमकर हंगामा किया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों के साथ ही हिन्दू संगठन के लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया.
लिखित में हुआ समझौता
इस दौरान पुलिस ने कॉलेज के प्रिंसिपल मोहसीन अली को भी बुलाया और उनसे पूछताछ की. उन्होंने बताया कि हाल ही में यह स्कूल उन्होंने ठेके पर लिया और पहले से चली आ रही परंपरा में उन्होंने कोई छेड़छाड़ नहीं किया है. हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद एक लिखित समझौता हुआ. इसमें तय किया गया कि अब जुमे को छुट्टी नहीं होगी. इसके अलावा किसी भी छात्र को कलावा पहनने से रोका नहीं जाएगा. इसके बाद छात्र और हिन्दू संगठन के लोगों ने प्रदर्शन बंद कर दिया.