महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव इस साल अंत तक हो जाना है. तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. इसके चलते सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. लेकिन चुनाव की पृष्ठभूमि में महायुति में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है. सूत्रों के मुताबिक उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 60 से ज्यादा सीटों की मांग की है. एनसीपी अजित पवार गुट की ओर से बताया गया है कि उनकी पार्टी इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ने और जीतने का माद्दा रखती हैं. पूरे मसले पर हाल ही में अजित पवार गुट की आंतरिक बैठक हुई.
सूत्रों के मुताबिक प्रफुल्ल पटेल के आवास पर अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की अहम बैठक हुई. इस बैठक में महायुति में सीट बंटवारे पर चर्चा हुई. एकनाथ शिंदे, देवेन्द्र फड़णवीस से मुलाकात के बाद यह अजित पवार गुट की आंतरिक बैठक थी. इस बैठक में अजित पवार गुट के नेताओं ने 60 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि अजित पवार को 60 से 65 सीटें मिलने पर महायुति में सीट शेयरिंग को लेकर असंतोष है.
महायुति बनाम महा विकास अघाड़ी
लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव में महायुति बनाम महा विकास अघाड़ी के बीच टक्कर देखने को मिलेगी. इसी के चलते दोनों पार्टियां फिलहाल सीट बंटवारे को लेकर चर्चा करती नजर आ रही हैं. सूत्रों ने जानकारी दी है कि एनसीपी अब महायुति में 60 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. एनसीपी के पास फिलहाल 54 विधायक हैं. अजित पवार ने ये भी दावा किया है कि एक सभा में कांग्रेस के तीन विधायक और तीन निर्दलीय विधायक उनके साथ थे.
उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के हीरामन खोसकर, जीशान सिद्दकी और सुलभा खोडके जल्द ही उनके साथ जुड़ेंगे. अजित पवार ने कहा था कि शेकाप के निर्दलीय विधायक देवेंद्र भुयार, संजय मामा शिंदे और श्यामसुंदर शिंदे भी उनके साथ हैं. इसलिए कहा जा रहा था कि अजित पवार 60 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
विधानसभा की सीटों का बंटवारा जारी
जानकारी के मुताबिक बीजेपी आधी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. यानी बीजेपी 288 में से 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसलिए महायुति में सीट शेयरिंग को लेकर फिलहाल मंथन चल रहा है.