Varanasi News: काशी में दिखा देवलोक जैसा नजारा, भव्य आरती में उमड़ा जन सैलाब

Varanasi News: गंगा दशहरा के पावन पर्व पर गंगा सेवा समिति ने भव्य गंगा आरती का आयोजन किया। गंगा सेवा निधि द्वारा स्वच्छ गंगा, स्वच्छ काशी, स्वच्छ भारत व पर्यावरण संरक्षण को संकल्पित और समर्पित गंगा दशहरा महोत्सव में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
इस मौके पर सबसे पहले मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथियों का गंगा सेवा निधि के 11 अर्चको द्वारा भगवती मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन कराया गया।
संस्था के 11 अर्चको एवं रिद्धी-सिद्धी के रूप में 22 कन्याओं (दुर्गाचरण गर्ल्स इण्टर कालेज) द्वारा भव्य भगवती मां गंगा की महाआरती का आयोजन किया गया।11,001 दीप मालाओं व दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से द्वारा सजाया गया व घाटों पर फैली दीपों की रोशनी देश-विदेश से आये हजारों सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही।
प्रधानमंत्री ने दिया था स्वच्छ गंगा और जल संरक्षण का सन्देश
गंग सेवा नदी के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से 9 वर्ष पूर्व मई के महीने में गंगा सेवा निधि की आरती में उपस्थित होकर न केवल बागवती की अर्चना की थी बल्कि स्वच्छ गंगा और जल संरक्षण का संकल्प लिया था। आज 9 वर्ष पूर्ति के अवसर पर संपूर्ण देश में 75000 अमृत सरोवर संकल्पित हैं।
मोदी जी अपने 101 संख्या के मन की बात में 28 उंल को कहा बिन पानी सब सुन अर्थात जल ही जीवन है लगभग इन्ही आदर्शों को हृदय में रख के गंगा सेवा निधि ने 4 दशक पूर्व गंगा दशहरा का पूजन प्रारंभ किया था भले ही उसके पहले भी मां गंगा पूजित होती थीं मगर गंगा सेवा निधि ने एक संकल्प भी दिया।
गंगा आरती को देखने के लिए देश विदेश के पर्यटक और आस्थावान न सिर्फ गंगा घाट बल्कि गंगा में भी नौका अपर सवार होकर इस भव्य आयोजन को निहार रहे थे। रह-रहकर गंगा मैया की जय का नारा भी फिजा में गूंज रहा था।
कार्यक्रम की शुरुआत जहां मां गंगा के वैदिक पूजन से हुई थी योगिराज के शंख ने समां बांध दिया। उनके लगातार 4 मिनट से अधिक शंख बजाने पर घाट तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस आयोजन की मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी रहीं।
गंगोत्री सेवा समिति ने भी कराई भव्य गंगा आरती
उधर शीतला घाट के बगल में स्थित प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति ने मां गंगा का पूजन कराया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सरकार के मंत्री दयशंकर मिश्र दयालु मौजूद रहे। पृथ्वी पर पुण्य सलिला, सुरसरि, देवसरिता मां गंगा के अवतरण के पावन पर्व गंगा दशहरा पर पौराणिक दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति के तत्वधान में मां गंगा का षोडशोपचार पूजन कर 51 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक करके भारत के लिए की सुख और समृद्धि की कामना की गई।
गंगा निर्मलीकरण का दिया गया सन्देश
निर्मलीकरण की कामना से मां गंगा की अष्टधातु की प्रतिमा का विशेष फूलों से सजावट किया गया। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं किशोरी रमण दुबे (बाबू महाराज) के संयोजन में मां गंगा की महा आरती के दौरान सभी ने आत्मनिर्भर भारत की कामना की।
पुण्य सलिला मां गंगा के तट पर सर्वप्रथम 11 वैदिक ब्राह्मण द्वारा पं सीताराम पाठक के आचार्यत्व में मंगलाचरण के पश्चात गंगा की महाआरती का संपादन किया गया।