वाराणसी में 28 की शाम को होगा देवनाथपुरा की चर्चित नवसंघ काली प्रतिमा का विसर्जन

Varanasi Kali Murti Visarjan 2022
 
वाराणसी में 28 की शाम को होगा देवनाथपुरा की चर्चित नवसंघ काली प्रतिमा का विसर्जन

वाराणसी। दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुरा स्थित चर्चित नवसंग की काली प्रतिमा का विसर्जन 28 अक्टूबर की शाम मैदागिन स्थित मंदाकिनी कुंड में होगा।

काली प्रतिमा स्थापना करनेवाली संस्था नवसंघ से जुड़े आसित दास ने बताया कि 54 वर्षों से माता की पूजा की जा रही है। इस मूर्ति को बंगाल से आए कारीगर बनाते है।

मूर्ति वही बनाई जाती है जहां उनकी स्थापना होती है। माता की प्रतिमा लगभग 20 फीट उंची है। जहां प्रतिमा स्थापित होती है वहां पहले मिट्टी का टीला था। उसकी खुदाई हुई तो उसके नीचे काली मंदिर के अवशेष मिले थे। इसके बाद उस स्थान पर तीन बार दुर्गा पूजा और तीन बार सरस्वती पूजा हुई लेकिन नतीजे अच्छे नही थे। इसके बाद काली प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा शुरू हो गई।

गौरतलब है कि देवनाथपुरा और आसपास की गलियां काफी संकरी हैं। इसलिए प्रशासन द्वारा तय मानक के अनुरूप ही प्रतिमा का निर्माण होता है ताकि विसर्जन के लिए गलियों से निकालने में कोई दिक्कत न हो।

माता के इस स्वरूप के दर्शन के लिए दूर दराज से लोग आते हैं। खासकर बंगीय समाज माता के पूजन से जुड़ा हुआ है। मां काली की प्रतिमा 28 अक्टूबर की शाम छह बजे विसर्जन के लिए निकलेगी।

देवनाथपुरा की गलियों से होते हुए प्रतिमा बंगाली टोला चौराहे पर पहुंचेगी। 

इसके बाद मदनपुरा, गोदौलिया, बांसफाटक, बुलानाला, मैदागिन होते हुए कम्पनी बाग स्थित मंदाकिनी कुंड पहुंचेगी और विसर्जन होगा।

नवसंघ की काली प्रतिमा विसर्जन के जुलूस के दौरान पहले कई बार हंगामा और दंगे हो चुके हैं। इसलिए प्रशासन की इस प्रतिमा और समिति के लोगों पर खास नजर होती है। स्थानीय खुफिया विभाग सक्रिय रहता है।

इस बार भी प्रशासन की नजर इस प्रतिमा के विजर्सन पर है। इसके तहत मंगलवार को एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय फोर्स के साथ देवनाथपुरा पहुंचे। उन्होंने समिति के लोगों से बात की और विसर्जन की तैयारियों की जानकारी ली।