Chhath Puja 2022: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व का समापन, भक्तिमय रहा माहौल

उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुई छठ पूजा
 
Chhath Puja 2022: उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व का समापन, भक्तिमय रहा माहौल

देश भर में महिलाओं ने दिया उगते सूर्य को अर्घ्य

वाराणसी। उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व डाला छठ का सोमवार को समापन हुआ। व्रती महिलाएं भोर से ही पानी में खड़े होकर भगवान भास्कर के उगने का इंतजार करती रहीं।

इस दौरान घाटों पर दिव्य छटा देखने को मिली। छठ गीत से माहौल भक्तिमय बना रहा। 

नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय महापर्व का शुभारंभ हुआ था। रविवार व सोमवार को काशी में दशाश्वमेध, अस्सी समेत राजघाट से लेकर सामने घाट तक गंगा घाटों, बरेका में सूर्य सरोवर तालाब व अन्य सरोवरों के किनारे अद्भुत छटा देखने को मिली।

भगवान भास्कर की आराधना के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

सोमवार की भोर से ही व्रती महिलाएं पानी में खड़ी हो गई। भोर में लगभग 20 डिग्री तापमान में पानी में खड़े होकर सूर्य देव के उगने का इंतजार करती रहीं।

बादलों की धुंध की वजह से सूर्य नारायण का दर्शन कुछ विलंब से हुआ। आसमान में पूरब दिशा में लालिमा दिखाई देने के साथ दूध से अर्घ्य देने का क्रम शुरू हुआ।

इस दौरान हर-हर महादेव का उद्घोष गूंजता रहा। व्रती महिलाओं ने इसके साथ कठिन व्रत का पारण किया। पुत्रों की दीर्घायु व पुत्र प्राप्ति की कामना से सूर्य देव की उपासना की जाती है। 

 व्रती महिलाओं व उनके परिजन भोर से ही अर्घ्य देने के लिए घाटों पर पहुंच गए। कुछ व्रती महिलाओं ने तो घाट पर ही रात्रि विश्राम किया।

इस दौरान स्वयंसेवी संस्थाएं श्रद्धालुओं की मदद के लिए सक्रिय रहीं। वहीं प्रशासन भी अलर्ट रहा।