शादी के बाद बेटियों को क्यों नहीं देना चाहिए अचार?

बेटी को विदाई में गलती से भी ना दें ये चीजें, नहीं तो होगा बहुत बड़ा अशुभ
 
शादी के बाद बेटियों को क्यों नहीं देना चाहिए अचार?


हिंदू विवाह सिर्फ लड़के और लड़की का विवाह ही नहीं होता है, बल्कि दो परिवार भी जुड़ते है। इसी के कारण एक लड़की को ससुराल के साथ-साथ मायके के कुछ रिवाजों को जिंदगी भर निभाना पड़ता है। हर मां-बाप का ये सपना होता है कि जह घर में उनकी बेटी जा रही है वहां वह हमेशा सुख रहें।

परिवार के हर समस्या से खूब प्यार मिले और हमेशा अच्छी सेहत रहें। लेकिन कई बार हम ऐसी गलती कर देते है जिसका असर लड़की के साथ-साथ मायके वालों को भी झेलना पड़ता है। आपने कई बार सुना होगा कि शादीशुदा बेटी को कभी भी अचार नहीं देना चाहिए।

आमतौर पर लोग इसे अनदेखा कर देते हैं। लेकिन जानिए आखिर क्यों बेटी को अचार ससुराल लेकर नहीं जाना चाहिए।

शादीशुदा बेटी को क्यों नहीं देना चाहिए अचार?


शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि बेटी को मायके से कभी भी किसी भी तरह का अचार लेकर नहीं जाना चाहिए। क्योंकि इससे रिश्तों में खटास उत्पन्न होती है। जिस घर में बेटी को अचार दिया जाता है।

उस घर में बेटी कभी सुखी नहीं रह सकती हैं। उसको मानसिक, शारीरिक या फिर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ससुराल से उसे किसी न किसी से ताने सुनने पड़ते हैं। अगर सास में गृह क्लेश नहीं है, तो उसे शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए बेटी को कभी भी आचार न दें।

बेटी को विदाई के समय न दें ये चीजें

शास्त्रों के अनुसार, विदाई के समय बेटी को अचार के अलावा झाड़ू, सुई, छलनी, मिर्च आदि भी नहीं देना चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।