वीर्य निकलने के बाद कमजोरी क्यों महसूस होती है?

क्या होता है अगर हम हर रोज स्पर्म निकालते हैं?
 
वीर्य निकलने के बाद कमजोरी क्यों महसूस होती है?
Why do we feel weak after ejaculation?

शरीर में कमजोरी आने की दो वजहें हैं। एक तो जब डिस्चार्ज होता है, तो शरीर के सारे स्नायु हरकत में आ जाते हैं। इसके बाद आपको जो थकान आती है, उसका आना कुदरती है और ऐसा कुछ देर के लिए ही होता है। लेकिन इसके बाद आपमें ताजगी आ जाती है।

इस ताजगी को हमारा दिमाग मार देता है क्योंकि दिमाग में तो बैठा हुआ है, एक बूंद वीर्य बराबर 100 बूंद खून और एक बूंद खून बराबर आधा ग्लास जूस।

आदमी सोचने लगता है कि इसे फिर से हासिल करने में कितना समय लग जाएगा। जो ताजगी होती है, वह विषाद में बदल जाती है और आदमी काफी देर तक थकान महसूस करता रहता है। शुरुआती दिनों में सभी में इस तरह की मायूसी रहती है।

थोड़ा श्रम तो लगता ही है

इससे बचने के लिए सेक्स (Sex) के तुरंद बाद आराम करना चाहिए। मानव शरीर एक मशीन है। अगर कोई मशीन चलती है तो उस पर थोड़ा श्रम तो लगता ही है।

तो उस श्रम को संतुलन में बनाए रखने के लिए अगर कुछ रसायन लिया जाए तो आपकी जवानी बरकरार रहेगी और जो कुछ भी श्रम हुआ है, उसकी भरपाई आसानी से हो जाएगी। इसके लिए एक ग्लास दूध, उसमें एक चम्मच गाय का घी और कुछ मिश्री का सेवन करना चाहिए। चीनी नहीं, क्योंकि मिश्री पित्त शामक है।

पेशाब के दौरान पेनिस से वीर्य जैसा निकलना, क्या इससे सेक्स लाइफ पर असर पड़ेगा?

कुछ पुरुष जब टॉइलिट जाते हैं और टॉइलिट के दौरान कब्ज या किसी दूसरी वजह से उन्हें प्रेशर लगाना पड़ता है तो उनके प्राइवेट पार्ट से कुछ स्राव निकलता है।

कई लोग कम जानकारी की वजह से इसे स्पर्म मान लेते हैं। इसी का फायदा कई नीम-हकीम भी उठाते हैं।

इन लोगों ने यह बात भी फैला रखी है कि इस चीज के निकलने से मर्दाना कमजोरी आ जाती है। इससे सेक्स लाइफ में समस्या भी आती है जबकि ऐसा कुछ नहीं होता। यह बहुत ही आम बात है। यह स्पर्म नहीं है। स्पर्म जब भी निकलता है तो झटके के साथ निकलता है।

एक साथ निकल ही नहीं सकते

ध्यान देने वाली बात यह है कि यूरिन और स्पर्म कभी भी एक साथ निकल ही नहीं सकते। सच तो यह है कि आप जो देखते हैं वह यूरिथ्रल और प्रोस्टेट ग्लैंड का रिसाव है जो हमारे टॉइलिट करने के तरीके की वजह से हमें दिखता है।

यह स्राव सिर्फ आपको ही नहीं हिंदुस्तान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बलूचिस्तान जैसे देशों में रह रहे उन लोगों को भी दिख जाता है जो उकड़ू बैठकर टॉइलिट करते हैं। इस स्थिति में उनकी नजर नीचे की तरफ होती है और अपने प्राइवेट पार्ट पर चली जाती है। इससे उन्हें वह स्राव दिखाई देता है।

यूरोप और अमेरिका जैसे देशों के लोग कमोड का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए उनकी नजर नीचे की तरफ न रहकर सीधी रहती है। इसलिए वे इस रिसाव को अमूमन देख नहीं पाते। इसलिए वहां पर ऐसी कोई समस्या है ही नहीं।

सीधे कहें तो जिसने देखा, वह फंस गया और जिसने नहीं देखा, वह बच गया। यह बीमारी नहीं है, इसलिए किसी इलाज की जरूरत भी नहीं। इससे सेक्स लाइफ बिलकुल भी प्रभावित नहीं होती।