Yoga Session: प्रतिदिन करें कपालभाति और अनुलोम-विलोम, मात्रा इस दो योगा से पूरी जिंदगी बीतेगी स्वस्थ, ऐसे करें अभ्यास
Yoga Session: Do Kapalbhati and Anulom-Vilom daily, these two yogas will lead to a healthy life, practice like this

योगाभ्यास शरीर को शक्ति प्रदान करने, चिंता और तनाव को कम करने और मनोवृत्ति को स्थिर करने में भी मदद करते है।
Yoga Session: कपालभाति और अनुलोम-विलोम योग दो प्रमुख प्राणायाम तकनीकें हैं जो शरीर के विभिन्न श्वास प्रणालियों को संतुलित करने में मदद करती हैं। ये योग प्राणायाम तकनीकें श्वासनली को साफ़ करने, श्वसन मार्ग को बढ़ाने और मन को शांत करने में मदद करती हैं। Read More:- पीरियड्स के दौरान क्यों नहीं धोए जाते हैं बाल?
ये योगाभ्यास शरीर को शक्ति प्रदान करने, चिंता और तनाव को कम करने और मनोवृत्ति को स्थिर करने में भी मदद करते है।
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कपालभाति:
1. बैठें या खड़े हो जाएं। साँस अंदर लें और फिर नाक से तेजी से साँस छोड़ें, ध्यान रखें कि पेट अंदर को ज्यादा हटाया जाए और नाभि अंदर की ओर ज्यादा हटाए जाए।
2. आंखें बंद करें और उत्तेजित होने की कोशिश करें, पेट के माध्यम से साँस छोड़ने के बाद पेट को अंदर की ओर आंकें।
3. जब साँस पूरी तरह से बाहर छोड़ दी जाए, तो अपनी साँस को नाक के माध्यम से धीरे से अंदर लें। यह एक प्रश्नात्मक स्थिति है।
4. इस प्रक्रिया को प्रतिरोध के बिना 15-20 बार दोहराएं।
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अनुलोम-विलोम:
1. बैठें या आराम से खड़े हो जाएं। आंखें बंद करें और साथी नासिका को अंदर की ओर बाँधें (उंगली आदि का उपयोग करके)।
2. दाहिने नाक से धीरे से अंदर साँस लें। साँस को २ सेकंड तक रोकें।
3. अब बाईं नाक से साँस को धीरे से बाहर छोड़ें। साँस को ४ सेकंड तक रोकें।
4. यही प्रक्रिया जारी रखें, दाहिने नाक से साँस लेते हुए और बाईं नाक से छोड़ते हुए।
5. शुरूआत में 5 मिनट तक करें और समय के साथ इसे बढ़ाते जाएं।
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ध्यान दें कि योगाभ्यास से पहले एक योग गुरु की सलाह लेना बेहद जरूरी है। यदि आपको किसी निदान, श्वासनली की समस्या या गर्भावस्था है, तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।