Monsoon update: अब पूरे राज्य में होगी बारिश, भारी बारिश के साथ केरल पहुंचा मानसून, उत्तर भारत में एक हफ्ते बाद आएगा मानसून

Monsoon update: Now it will rain in the entire state, Monsoon reaches Kerala with heavy rains, Monsoon will come in North India after a week
 
Monsoon update: अब पूरे राज्य में होगी बारिश, भारी बारिश के साथ केरल पहुंचा मानसून, , उत्तर भारत में एक हफ्ते बाद आएगा मानसून

Monsoon update: मानसून एक हफ्ते की देरी से केरल पहुंच गया है। राज्य के 95 फीसदी इलाके में बारिश हो रही है। कुछ घंटों में मानसून कर्नाटक और तमिलनाडु पहुंच जाएगा।

 

 

मौसम विभाग (IMD) के सीनियर साइंटिस्ट आरके जेनामणि ने बताया कि हवा की स्पीड और हालात सही रहे तो यह बहुत तेजी से दक्षिण से उत्तर की तरफ बढ़ेगा। अगले हफ्ते तक उत्तर भारत पहुंच जाएगा। आमतौर पर केरल में 1 जून तक मानसून आ जाता है।

IMD ने पहले 4 जून को मानसून के केरल पहुंचने की बात कही थी, लेकिन अरब सागर में उठे बिपरजॉय तूफान ने इसका रास्ता रोक लिया था। बिपरजॉय अब पाकिस्तान की ओर बढ़ गया है, जिससे केरल पहुंचने के लिए मानसून का रास्ता साफ हो गया।

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 150 वर्षों में केरल में मॉनसून की शुरुआत की तारीख अलग-अलग रही है, जो 1918 में समय से काफी पहले 11 मई को और 1972 में सबसे देरी से 18 जून को आया था।

धीरे-धीरे बढ़ रहा आगे


IMD ने गरुवार को एक बयान में कहा, ‘दक्षिण पश्चिम मॉनसून आज आठ जून को केरल पहुंच गया।’ बयान में कहा गया है, ‘मॉनसून दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों तथा समूचे लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल के अधिकतर क्षेत्र, दक्षिण तमिलनाडु के अधिकतर हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र के शेष हिस्सों, मन्नार की खाड़ी और दक्षिण पश्चिम, मध्य एवं उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ रहा है।’

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पिछले साल 29 मई को, 2021 में तीन जून को, 2020 में एक जून, 2019 में आठ जून और 2018 में 29 मई को केरल पहुंचा था। शोध से पता चलता है कि केरल में मॉनसून के आगमन में देरी का मतलब यह नहीं है कि उत्तर पश्चिम भारत में मॉनसून की शुरुआत में देरी होगी।

हालांकि, केरल में मॉनसून के आगमन में देरी आम तौर पर दक्षिणी राज्यों और मुंबई में मॉनसून की शुरुआत में देरी से जुड़ी होती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल में मॉनसून के आगमन में देरी भी इस मौसम के दौरान देश में कुल वर्षा को प्रभावित नहीं करती।