कोलकाता में रूफटॉप पर चल रहे रेस्टोरेंट बंद करने का आदेश, आजगनी के बाद निगम का बड़ा फैसला

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कोलकाता के मछुआ बाजार में भीषण आगजनी के बाद कोलकाता नगर निगम ने बड़ा फैसला किया है. कोलकाता नगर निगम के मेयर मेयर फिरहाद हकीम ने शहर के सभी छत वाले (रूफटॉप) रेस्तरां बंद करने का आदेश दिया है. कोलकाता के मेयर ने कहा कि अधिसूचना पहले ही जारी कर दी गई है. नगर-आधारित रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं तथा प्रत्येक रेस्तरां को निर्देश भेजे जा रहे हैं. कोलकाता नगर निगम ने साफ कर दिया है कि रेस्तरां के लिए छतें नहीं बेची जा सकती हैं.

मेयर ने कहा, “जिस तरह नीचे की जगह कोई नहीं बेच सकता, उसी तरह छत भी नहीं बेची जा सकती. छत खुली रहेगी, जो एक रेस्तरां बन गई है, और उसे बंद करना होगा, क्योंकि अगर नीचे आग लगती है, तो लोग छत पर शरण लेने जा सकते हैं. “

मछुआ के होटल में आग लगने से 15 की मौत

मछुआ के बड़ाबाजार स्थित एक होटल में आग लगने से 15 लोगों की मौत हो गई थी. शुरू से ही इस होटल पर अनियमितताओं के कई आरोप लगे थे. आग लगने के बाद होटल में पहुंचे मेहमान बाहर नहीं जा सके. 90 प्रतिशत मौतें दम घुटने से हुई हैं.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा से लौटने के बाद सीधे घटनास्थल पर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने बड़ाबाजार और जोड़ासांको इलाकों के कई होटलों, बाजारों और व्यापारियों को चेतावनी दी थी.

ममता बनर्जी ने खुद कहा कि नियम होने के बावजूद कई व्यवसायी उनका पालन नहीं करते हैं. फिर ममता बनर्जी मैग्मा मार्केट पहुंचीं. अचानक वहां जाकर देखा तो वहां 24 गैस सिलेंडर रखे हुए थे.

छत पर चल रहे रेस्तरां को तुरंत करना होगा बंद

इसके बाद मुख्यमंत्री ने अग्निशमन विभाग, नगर पालिका और पुलिस आयुक्तों को एक साथ बैठक करने का आदेश दिया. तब कोलकाता नगर निगम ने यह आदेश दिया.

मुख्यमंत्री ने कोलकाता नगरन निगम को सख्त रवैया अपनाने का आदेश दिया. यह निर्णय लिया गया कि शहर के सभी छत वाले रेस्तरां बंद कर दिए जाएंगे. सबसे पहले, एक नगर-आधारित रिपोर्ट बनाई जानी चाहिए.

मेयर ने कहा कि हमें यह पता लगाना होगा कि किसी क्षेत्र में कितने छत पर रेस्तरां हैं और उन्हें तुरंत बंद करना होगा. आग लगने पर कई बार लोग छत पर शरण लेते नजर आते हैं, क्योंकि कई मामलों में देखा गया है कि आपातकालीन द्वार बंद रहता है.