शहडोल : सुरक्षा की नजरिए से पैसे जमा कराने के बैंक सबसे अच्छा साधन है और लोग बहुत विश्वास के साथ बैंक में पैसे जमा कराते हैं। लेकिन अगर यहीं हेरा फेरी होने लगे तो…? मध्य प्रदेश के शहडोल जिले की यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बुढ़ार शाखा से ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां लॉकर से उपभोक्ता SECL के रिटायर्ड कर्मचारी के खून पसीने की कमाई 20 लाख एफडी गायब हो गई। इतना ही नहीं लॉकर में रखे जेवरात भी गायब हो गए हैं। उपभोक्ता ने मामले की शिकायत थाने में की है। बुढ़ार पुलिस ने एफडी की हेराफेरी करने वाले शातिर बदमाश सहित संलिप्त बैंक कर्मी के 409,420 के तहत एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच शुरू की है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के अमलाई थाना क्षेत्र के रहने वाले SECL के रिटायर्ड कर्मचारी कमलदास पनिका यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बुढ़ार शाखा के उपभोक्ता है, और उन्होंने अपनी बेटी के नाम से एक लॉकर भी लेकर रखा है, जिसमें उन्होंने जेवरात सहित महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ साथ 10-10 लाख की दो एफडी भी रखी थी, जिसका हर माह ब्याज उनके खाते में आता था, लेकिन कुछ दिनों से मैसेज नहीं आने पर उसे गड़बड़ी की आशंका हुई। इसके बाद कमलदास ने बैंक में जाकर अपने खाते को चेक कराया तो उनके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई, उनके लॉकर से 20 लाख की एफडी गायब थी।
उपभोक्ता कमलदास का आरोप है कि खुद को बैंक का कर्मचारी बताने वाला प्रकाश रावत बैक के अधिकारियों के साथ मिलकर उनके 20 लाख की एफडी का हेराफेरी किए है, इतना ही लॉकर में रखे जेवरात भी उसी ने गायब किए हैं। उसने मामले की शिकायत पुलिस में की। उपभोक्ता की शिकायत पर बुढार पुलिस ने एफडी की हेराफेरी करने वाले प्रकाश रावत सहित संलिप्त बैंक कर्मी के ऊपर 409,420 के तहत मामला दर्ज किया है। आपको बता दे कि अभी हाल में ही इसी तरह यूनियन बैंक के लॉकर से बुढार उपभोक्ता व्यापारी बल्लू विशदासनी के 20 लाख के जेवरात गायब होने की शिकायत हुई थी, तो वही बाबू लाल चौधरी नामक उपभोक्ता के खाते से पैसा गायब होने का मामला भी प्रकाश में आया था।
वही इस पूरे मामले में बैंक प्रबंधन मीडिया के सामने कुछ भी कहने से मना कर रहे हैं तो वही इस मामले में बुढार थाना प्रभारी संजय जैसवाल का कहना है कि यूनियन बैंक के एक उपभोक्ता के एफडी का पैसा गायब होने की शिकायत आई थी, जिस पर कार्यवाही करते हुए प्रकाश रावत सहित संलिप्त बैंक कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल की जा रही है।